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संदेश

छिपकली के पूंछ की तरह उगेंगे मनुष्य के अंग

छिपकली भी अजीब प्राणी है उसकी पूंछ स्वम ही झड़ जाती है है और कुछ समय बाद पुनः उग जाती है वैज्ञानिको ने अब इस रहस्य को समझ लिया है वैज्ञानिको ने यह अनुवांशिक नुस्खा खोज निकला है जो छिपकली के अंग के पुनिर्माण के लिए कारक है वैज्ञानिको का कहना है की आनुवंशिक सामग्री के सही मात्रा में मिश्रण से यह संभव है छिपकली में पाए जाने वाले अंग पुनर्निर्माण के आनुवांशिक सामग्रियों के सही मात्रा का पता लगाकर उन्ही जीन को मानव कोशिका में प्रत्यारोपित कर उपास्थि मांसपेशी यहाँ तक ऋण की हड्डी की पुनर्संग्रचना भविस्य में सभव है एरिज़ोना स्टेट यूनिवर्सिटी के किनारो कुसमी ने कहा छिपकली में वही जीन होते है जो मनुस्यो में होते है ये मनुस्यो की शारीरिक संगरचना से मेल खाने वाला जीव है इससे विभिन्य पारकर की बीमारियों का इलाज संभव है

चाँद पे एलियन देखने का दावा

अन्य ग्रहो के चेतनायुक्त प्राणियों को देखना तथा उनके सात आत्मीयता बढ़ाना सपना सा लगता है इन्ही प्राणियों को को एलियन कहा जाता है एलियन हमेसा से पृथ्वी वासियो के लिए कौतुहल का विषय बना हुआ है कई वैज्ञानिको ने एलियन से जुडी बाते दुनिया के सामने रखी है नासा ने भी एलिअन्स के विषय में एक सूचना दी है नासा ने एक वीडियो में मानव आकृति जैसा प्राणी चाँद पे चलते देखा है नासा ने इस दिशा में और भी जांच कर जानकारी देने को कहा है इस वीडियो को देखने वालो के लिए इसकी परछाई को देख पाना किसी आश्चर्य से कम नहीं है यह अनरिच्या के शोध में नयी दिशा दे सकती है

शीशे की तरह पारदर्शी होंगे शरीर के अंग

कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे पूरा शरीर शीशे की तरह पारदर्शी हो जाता हैयह शोध सेल नामक अनुसंधान पत्रिका में प्रकाशित हुआ है इस तकनीक से शरीर को हानि नहीं पहुंचती और शरीर के सभी अंगों को देखा जा सकता है इससे यह जानने में मदद मिलेगी कि शरीर के विभिन्न अंग किस तरह काम करते हैं करीब एक सदी से वैज्ञानिक शरीर को पारदर्शी रूप में देखने का प्रयास कर रहे हैं थे लेकिन अधिकांश तक नीचे उतर को नुकसान पहुंचा सकती हैं कोशिकाओं में मौजूद लिपट के मोटे कण प्रकाश किरणों को वितरित कर उसको को अपारदर्शी बना सकते हैं लेकिन उन्हें विकसित करने में प्रयोग होने वाले प्रक्रिया से अंग कमजोर हो सकते हैं और उनका आकार बिगड़ सकता है कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों ने पूर्व के वैज्ञानिक कामों के आधार पर एक तीन स्तरीय तकनीक विकसित की है एक नरम प्लास्टिक की झिल्ली उसको को सहारा देती है खून के प्रवाह के जरिए अनुवांशिक डिटर्जेंट को उसको लगातार जला डाला जाता है यह रिपीट को खोलता है और अंगों को पारदर्शी बनाता जाता है महत्वपूर्ण जोड़ों को पहचान

विशालकाय रहस्यमय जलीय जीव

लोच नेस मॉन्सटर पानी में रहने वाला एक विशाल जीव है जो अब तक रहस्य्मय ही बना हुआ है इससे संबंधित किद्वन्तियाँ भी प्रचलित है माना जाता है कि यह स्कॉटिश हाई लाइट्स पर रहता है हमने कई समुद्री जीव देखे हैं जिसमें से कुछ अति सुंदर तो कुछ अत्यंत भयंकर होते हैं इन्हीं भयानक जीवो में से एक लोच नेस मॉन्सटर है स्कॉटलैंड की झील लोच नेस पाया गया है वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर एली विलियम्स ने इस अजीब अजीबोगरीब जीव की तस्वीर ली है बाद में जब उन्होंने इन तस्वीरों को देखा तो अली का ध्यान इस मॉन्स्टर की ओर गया हालांकि यह पहली बार नहीं है जब पानी में रहने वाला यह जीव सबकी नजरों में आया है सबसे पहली बार यह इसी झील में 2006 में देखा गया था जिसके बाद से वह वहां आने वाले लोगों को सचेत कर दिया गया था फोटोग्राफर अली ने कहा कि शुरुआत में मुझे लगा वह कोई सांप की प्रजाति है फिर कैटफिश की तरह लगा मगर मुझे नहीं पता वह है क्या मैं यहां विशेष लोगों के ऊपर छोड़ता हूं आपको बता दें लोच नेस मॉन्सटर पानी में रहने वाला एक विशाल जीव है जिस कारण अभी तक बरकरार है कुछ लोग उसके अस्तित्व पर शक भी करते हैं मगर इससे संबंधित कई किस्

सोचते ही पहुंच जाएंगे संदेश प्राचीन भारत की बातें सत्य टेलीपैथी

आने वाले समय में सोचते ही संदेश टेलीपैथी के द्वारा पहुंच जाएंगे यह प्रयोग पहले ही भारत में किया जा चुका है जिसने तिरुवंतपुरम में बैठा व्यक्ति का संदेश 5000 किलोमीटर दूर बैठे फ्रांस में एक व्यक्ति को बिना बताए जो संदेश उसे भेजा गया वह उन्हें डिकोट करके पढ़ लिया जिसमें शोधकर्ता ने इलेक्ट्रोन्सेफेलोग्राफी हेडसेट का प्रयोग करके दिमाग में होला और सिआओ कहने पर न्यू डांस की गतिविधियों की में उनकी इलेक्ट्रिक इक्विटी को रिकॉर्ड किया मैं बायनरी कोर्ट में बदलकर दूसरे व्यक्ति के ब्रेन तक भेज दिया जिससे मात्र महसूस कर डिकोट कर लिया इसमें इलेक्ट्रिक करंट को तमाम तरह के विचारों से जोड़ा जाता है और उसे कंप्यूटर इंटरफेस में डाल दिया जाता है कंप्यूटर इन सिग्नल का विशेषण कर क्रिया को नियंत्रित करता है कंप्यूटर इंटरफेस की जगह आउटपुट के लिए दूसरे व्यक्ति के दिमाग को आईजी से जोड़ दिया जाता है रिसीवर एंड पर बैठे व्यक्ति के पास जब मैसेज पहुंचा पहुंचा तो उसे चमक सी महसूस हुई जब उसने इसे डिकोड किया तो वही संदेश निकला जो संदेश भेजने वालों ने लिखा था इस प्रकार वेदों पुराणों में देवताओं आध्यात्मिक रूप से उन्

नियंडरथल मानव की थी अपनी भाषा

नियंडरथल होमो सेपियंस की एक विलुप्त प्रजाति है जो आधुनिक मानव से कड़ी से संबंध से संबंधित है नियंडरथल और आधुनिक मानव के डीएनए के अध्ययन से यह साफ़ होता है की 300000 से 400000 वर्ष पूर्व एक ही पूर्व से अलग हुए थे हालांकि अभी भी यह रहस्य है कि नियनथंडल कब और क्यों विलुप्त हुए थे यह जीवाश्मों के अध्ययन से यह जाहिर होता है कि नियंडरथल का मस्तिष्क का आकार लगभग आधुनिक मानव के बराबर था उन्नत प्रकार के औजार बनाते थे उनकी अपनी भाषा थी अभी तक यह ज्ञात नहीं था कि वे आधुनिक मानव की तरह बोल सकते थे या नहीं अभी तक यह सिद्धांत प्रचलित था कि भाषा का विकास आधुनिक मानव के उद्गम वह विकास के साथ ही हुआ है लेकिन अब नवीन अनुसंधान यान इशारा करते हैं कि उनकी अपनी भाषा थी और हो सकता है उनके शब्दों में हमारे प्रजाति की भाषा में भी अपना योगदान दिया हो नीदरलैंड के मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर साइकोलिंगगुइस्टिक निज़मेगेन के शोधकर्ता डान यू तथा स्टीफन सी लेविंसन ने मानव जीवन का अध्ययन करके बताया कि आधुनिक भाषा और वाणी का उद्गम लगभग 500000 वर्ष पूर्व कि हमारे और नियंडरथल के उभयनिष्ठ पूर्वजो तक खोजा जा

एचआईवी का इलाज मानव जीन से होगा

पूरे विश्व में लगभग तीन करोड़ 40 लाख 98 हज़ार पैदा करने वाले एचआईवी के संक्रमण से पीड़ित है उनमें से एक बड़ी जनसंख्या निर्धन और विकासशील देशों में है एक व्यक्ति में क्रमिक रूप से प्रभाव होते होते प्रतिरोधी तंत्र के कारण जीवन के लिए जोखिम पैदा करने वाले संक्रमण जैसे जीवाणु जाने विसर्जन कवक तथा प्रोटोजोआ अन्य सरकार पूरी तरह से हावी हो जाते हैं और अंत में रोगी की मौत हो जाती है अभी तक कोई प्रभाव की खोज नहीं की जा सकती है उसके लिए दवा का प्रयोग किया जाता है इसका उपयोग की समस्या उत्पन्न हो सकती है अब मानव जीन से एचआईवी का संक्रमण का इलाज संभव है