रोबटिक हाथ का विकाश
वैज्ञानिकों ने एक ऐसे हाथ के निर्माण की सफलता पाई है  जिसकी मदद से सोचने के बाद ऊंगलियों को मूव किया जासके और किसी चीज को छूने के बाद सम्बेदना महसूस होसके इसे बिकसित करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है विज्ञानं के छेत्र में यह पहली बार है की कोई मरीज अपने दिमाग का इस्तेमाल कर क्रितीम अंग को नियंत्रीत   कर सकता है  तथा कुछ जटिल गतिविधियों को अंजाम दे सके यह क्त्रितीम अंग मरीज के नर्वश सिस्टम से जुरा  होता है  वैज्ञानिकों ने एक कार अक्सीडेंट में कोहनी तक बायाँ हाथ गवां चुके एक मरीज में एलेक्ट्रोड़ इम्प्लांट किये उन्होंने आर्टिफिसियल हाथ को इस मरीज के इलेक्ट्रोड से जोड़ा उसकी बाह के बचे साथ इसे इम्प्लांट नहीं किया गया  एक महीने के अन्दर यह रोबटिक हाथ मरीज के दीमाग  के द्वारा दिए गए ९५ फीसदी आदेशो को मानने लगा

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