गिलोय के रूप में प्रकृति ने हमें ऐसा वरदान दिया है, जिससे न सिर्फ कोविड वायरस के प्रकोप से बचा जा सकता है, बल्कि शरीर में होने वाले विभिन्न रोगों में भी यह औषधि आश्चर्यजनक फायदा देती है #गिलोय एक ही ऐसी बेल है, जिसे आप सौ मर्ज की एक दवा कह सकते हैं। इसलिए इसे संस्कृत में अमृता नाम दिया गया है। मान्यता है कि देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत निकला और इस अमृत की बूंदें जहां-जहां छलकीं, वहां-वहां गिलोय की उत्पत्ति हुई। #इसका वानस्पिक नाम( Botanical name) टीनोस्पोरा कॉर्डीफोलिया (tinospora cordifolia है। इसके पत्ते पान के पत्ते जैसे दिखाई देते हैं और जिस पौधे पर यह चढ़ जाती है, उसे मरने नहीं देती। इसके बहुत सारे लाभ आयुर्वेद में बताए गए हैं, जो न केवल आपको सेहतमंद रखते हैं, बल्कि आपकी सुंदरता को भी निखारते हैं। #गिलोय बढ़ाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता गिलोय एक ऐसी बेल है, जो व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा कर उसे बीमारियों से दूर रखती है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर में से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का काम
Varta.tv: Vartabook.com : Vartavideo.com विज्ञान इंडिया डॉट कॉम विज्ञान से संबंधित न्यूज़ वेबसाइट है इसमें प्रकार के भारतीय आध्यात्मिक विज्ञान विज्ञान सत्य सनातन संस्कृति नई नई नई टेक्नोलॉजी आदि की letestजानकारी दी जाती है काम विज्ञान ओशो विभिन्न धार्मिक गुरुओं के सृष्टि उत्पत्ति ईश्वरी परिकल्पना मंत्र विज्ञान तंत्र विज्ञान आधुनिक विज्ञान टाइम ट्रैवलिंग कंप्यूटर प्रोग्रामिंग नए नए प्रोडक्ट की जानकारी प्रोडक्ट की जानकारी सेक्स संबंधित रोग एवं उपचार की जानकारी दी जाती है धन्यवाद