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एंटी-बायोटिक्स आख़िर कब, क्यों और कैसे बेअसर होने लगे : दुनिया जहान

बैक्टीरिया के मामूली इंफेक्शन से हमारा शरीर अपने इम्यून सिस्टम के दम पर निपट लेता है. लेकिन जब इम्यून सिस्टम का ही दम निकल जाता है तो बैक्टीरिया से लड़ने और उसे हराने के लिए लिए एंटी-बायोटिक्स की ज़रूरत होती है.लेकिन धीरे-धीरे कई वर्षों में हुआ ये कि हमने-आपने जाने-अनजाने इतनी अधिक एंटी-बायोटिक्स ले ली है कि बैक्टीरिया को भी एंटी-बायोटिक्स की एक तरह से आदत हो गई है और नतीजा ये हुआ कि एंटी-बायोटिक्स, बैक्टीरिया पर बेअसर नज़र आने लगीं.तो इस हफ्ते, दुनिया जहान में हम ये सवाल पूछ रहे हैं कि एंटी-बायोटिक्स आख़िर कब, क्यों और कैसे बेअसर होने लगे और ये नौबत क्यों आई.एंटी-बायोटिक्स वो दवाएं हैं जो हमारे शरीर में बैक्टीरिया की वजह से होने वाले इंफेक्शन को रोकने में मदद करती हैं. sabhar :https://www.bbc.com