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कैंसर रहित वातावरण देने वाले जीव की खोज

आस्ट्रेलिया के शोधकर्ताओं ने माएक्रोब्स के एक ऐसे समूह की खोज की है जो प्रदूषित वातावरण में मौजूद कैंसर के लिए जिम्मेदार पदार्थो को खाकर नष्ट कर देते है साऊथ आस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के मेघमल्लावरापू ने पता लगाया मिट्टी में रहने वाला यह बैक्ट्रिया बीटेक्स नमक केमिकल को खाकर नष्ट कर देता है यह केमिकल मनुष्य में कैंसर तंत्रिका सम्बंधित और दूसरे प्रकार के बीमारियों से सम्बंधित है मल्लावारापू के अनुसार यह केमिकल पुराने सर्विश स्टेसन वर्कशाप के पास पाया जाता है यह रिपोर्ट वर्ल्ड इन्वायरमेंटल टाक्सिकोलोजी और केमिस्ट्री कांग्रेस में प्रस्तुत किया गया था

जीवन का विकाश तथा मानव की विकाश यात्रा

जीवन की उतपत्ति के विषय में विभिन्य मत हैं जैसे सृस्तीवाद ब्रमांड वाद प्रलाय्वाद स्वतःजनान्वाद परन्तु सर्वाधिक मान्य है प्रकृतवाद या जीव रसायन उद्विकास मत इसके अनुसार जीवन की उत्पत्ती निर्जीव पदार्थो से हुयी है कड़ोरों वर्षों के अनेकानेक भौतिक रासायनिक प्रक्रियाएं चलती रही हैं पहले अकार्बनिक फिर कार्बनिक पदार्थों का निर्माण हुआ इन प्रक्रियायों में ऐसे पदार्थ जैसे न्युक्लियो प्रोटिन से वाईरस जो सजीव तथा निर्जीव के बीच की कड़ी है अस्तित्व में आया इसमे स्व द्विगुणन होने से सजीव कोसीकायों की उत्पति हुयी तथा लगभग १.५ अरब वर्ष पूर्व सुकेंद्री कोसीकायों की उत्पति हुयी इसकी पुष्टी करने के लिए स्टेनली मिलर तथा हैरल्ड युरे ने प्रयोग साला में मीथेन अमोनिया हईद्रोजन के गैसीय मिश्रण को ६०००० वोल्ट पर अमीनो अम्ल सरल सर्कराएँ तथा अन्य कार्बनिक पदार्थ बनाकर दिखाए इसके बाद एक कोसकीय जीव से बहुकोसकीय जीव तथा उसकेबाद मछली और सरीसृप वर्ग का विकाश हुआ इसके बाद लगभग २१ करोड़ वर्ष पुर्व प्रारम्भिक जोरासिक काल में सरीसृप से स्त्तनधारियो का विकाश हुआ इसके प्राइमेट गण में जैसे आदि कपि बानर ल

कैसी होगी हमारा अंतरिछ्य पर्यटन एवं कैसे रहेगे चाँद पर

अंतरिछ्य यात्राओं निजी अंतरिछ्य यानों के जरिए कई कम्पनियाँ अंतरिछ्य अभियानों से जुड़ने की कोसिस कर रही है स्पेश एडवेंचर नामक अंतरिछ्य पर्यटन कंपनी जो की विश्व के प्रथम अंतरिछ्य पर्यटक डेनिश टीटो को अंतरास्तीय स्पेश स्टेसन की सैर कराने के लिए जानी गयी यह पर्यटकों को अंतरिछ्य एवं चाँद पर ले जाने का मन बना चुकी है तथा रिचर्ड ब्राऊन की वर्जीन गैलेक्टिक ५०० यात्रियों कोप्रतिवर्ष ले जाने का मन बना रही है लेकीन इसमे खर्चा ४०० करोड़ रूपया या १०० मीलियन डालर आयेगा जो की काफी महँगा है यदि आने वाले वर्षों में स्पेश शटल जैसे अंतरिछ्य वाहन जिन्हें पुनः इस्तमाल में लाया जा सकता है आने वाले १५ से २० वर्षों में विकसीत कर लिए जायेंगे जो की काफी सस्ता होगा जैसे जैसे अंतरिछ्य में भीड़ बड़ती जायेगी विभिन्य ग्रहों पर आवास की जरूरत पड़ेगी अमेरिकी अंतरिछ्य एजेंसी नासा ने ऐसे लोगों से प्रार्थना पत्र लेना शुरू कर दिया है जो चाँद पर तथा अंतरिछ्य स्पेश स्टेसन पर रहकर कार्य करे अभी तक रूकने का यही मात्र जगह है आने वाले दिनों में बहूत सी कम्पनियाँ अंतरिछ्य में इस तरह के आवास स्थापित करने

भविष्य के विज्ञानं एवं टेक्नालाजी में नैनो तकनीक

नैनो तकनीक का संबंद अत्यंत सूछ्म स्तर एक मीटर का अरबवा हिस्सा नैनो मीटर हाइड्रोजन के एक परमाणु के आकार के दश गुना होता है के स्तर पर तकनीक का निर्माण किया जाई इसके सहयोग से हम अगले पाच दसक में इसका प्रयोग करके अणुओं और परमाणुओं को जोड़कर इसी स्तर पर टेलीफोन कार हवाई जहाज मिजाइल अंतरिछ्यान कम्पूटर सभी कुछ मनचाहे पदार्थ द्वारा किसी भी आकार प्रकार में बना पाएंगे इसकी मदद से कैंसर एड्स मदुमेह और अन्य बिमारीयों पर विजय प्राप्त कर सकते है इसके द्वारा बीमारियों का प्रारम्भिक अवस्था में पता लगकर शीघ्र उपचार कर सकते हैं इसके माद्यम से क्रितीम अंग बनाये जा सकते हैं अब यह प्रश्न उठता है की यह कैसे होगा किसी भी पदार्थ को परमाणुविक पैमाने नैनो स्केल पर नियंत्रित ढंग से जोड़ तोड़ कर अपने इच्छानुसार परावर्तित करने की विद्या का नाम है नैनो टेक्नालोजी है इसी के द्वारा नैनो असेम्बलार्स की रचना करके जो नैनो रेपलीकेटर का कार्य करें इच्छित बस्त

प्रयोगशाला में ब्लैक होल

ब्लैक होल से सारे वैज्ञानिक भयभीत रहते है क्योंकी इसे ब्रमांड का सबसे बड़ा हत्यारा कहते हैं इससे प्रकाश तक बाहर नहीं निकलता और यदि कोई प्रकाश किरण आसपास से गुजरे तो उसे भी यह अपने में जप्त कर लेता है अब प्रयोगशाला में एक ब्लैक होल का निर्माण किया गया है यह सिर्फ रोचक ही नहीं बल्की उपयोगी भी साबित हो सकता है इस साल की सुरूआत में पद्र्यु युनिवेर्सिटी के अवेजेनी नारिमनोव और किल्दिसेव ने ब्लैक होल का एक सैधांतिक डिजाईन प्रकाशित किया था परिकलपना यह थी की एक ऐसा यन्त्र बनाया जाय जो ब्रह्माण्ड ब्लैक होल के गुण को दरसाय इनका विचार था की एक ऐसा यंत्र बनाना संभव है जिसमे प्रकाश लगातार अन्दर की ओर मुड़ता जाय इस विचार पर काम करते हुए अब चीन के दो वैज्ञानिक ताई जून कुई और केयेंग चेन ने सचमुच में एक ऐसा उपकरण तैयार किया है यह उपकरण ६० क्रमिक रूप से छोटे छोटे छल्लों से बना है हर छल्ला एक सर्किट बोर्ड की तरह होता है जिसके गुड धर्म प्रतेक छल्ले में बदलता रहता है जब बाहर से आने वाली विदुत चुम्बकीय तरंगे इस उपकरण पर पहुचती है तो वे इसमें फस जाती हैं केन्दरीय भाग के ओर धकेले जाती हैं तथा सो

आकाशीय पिंडों से बचाव की योजना

आकाशीय पिंडो से पृथ्वी को बचाने के लिए वैज्ञानिको ने एक सम्मलेन में विचार किया इस पर दो तरीके से बचाव किया जा सकता है पहेला की उलका पिंडो को विस्फोट कर के उड़ा दिया जाय परन्तु इससे जो टुकरे होंगे वो प्रथ्वी पर नुकसान पहुचासकते है दूसरा तरीका है एक विशालकाय ट्रक्टर जो बहूत बड़ा यान होगा से धका देकर उसका स्थान परिवातित करके दिसा का परिवर्तन कर दिया जाय इसके लिए नासा ने २०२० तक के उलका पिंडों को निपटने के लिए १०० अरब डालर का खर्च बताया है परन्तु इसके लिए नासा के पास धन की कमी है यह सही भी है की प्राकृतिक आपदा से कोई एक देश या संस्था नहीं निपट सकती इसके लिए समूहीक प्रयास करने होगे

आकाशीय पिंडो से महाविनाश का खतरा

अंतरग्रहीय सुरछा सम्मलेन में शामिल अन्त्रिछाविदों के सामने पृथ्वी के नजदीकी पिंडों को पहिचानने उनपर निगरानी रखने और उन्हें दूर हटाने की चुनौती सामने आयी इस सम्मलेन का आयोजन विनाशकारी अंतरिछ्य टक्करों के खतरों को कम करने अंतरास्त्रिय प्रयाश हुए नासा के नेतृत्व में आयोजीत सम्मलेन में संसार के अंतरिछ्य संगठनो ने भाग लिये यह खतरा उलका जैसे अकासीय पिंडों से है यदि बड़े आकर के उलका पिंड टकरा गए तो समूची मानव प्रजाती ही खतरे में पड़ सकती है साडे छे कड़ोड़ वर्ष पहीले धरती से डायनासोरो का नामोनिसान मिट गया सम्मलेन में अपोसिस नामक एक विशालकाय उलका पिंड पर विचार हुआ जो वर्ष २०२९ में के निकट से गुजरेगा तथा ७ वर्ष बाद यही पिंड पृथ्वी के निकट पहूंचेगा i

सौर ऊर्जा की आपूर्ति अब तरंगों द्वारा

सौर्य ऊर्जा को अब बिना तार के तरंगो के द्वारा एक जगह से दूसरी जगह भेजने में वैज्ञानिको को महत्पूर्ण सफलता मिली है यह कारनामा नासा के पूर्व वज्ञानिक जोंन सी माय्किंस ने कर दिखाया इस प्रयोग का उदेश्य उपग्रह के जरिये इकठ्ठा सूर्य ऊर्जा को धरती पर भेजना जो आगे चल कर उर्जा के जरूरतों को पूरा करने के दिशा में अहम् कदम साबित हो सकता है मैकिन्स अब उपग्रहों के जरिए इकट्टा सौर ऊर्जा को धरती में झील के आकार वाले रिसीवर तक भेजने के बारे में सोच रहे है इन्होने सोलर पावर को रेडियो तरंगो के जरिये हवाई के द्वीप से दूसरे दीप में सफलता पूर्वक ट्रांस्मीत करने में सफल हुए इन दो दीपो के बीच के दूरी १४८ किलोमीटर है मैकिन्स ने मई मेंअपने प्रयोग के द्योरान २० वाट सोलर पावर को एक दीप से दूसरे दीप भेजा हालांकी दूसरे दीप मेंस्थित रिसीवर इतना छोटा था की उसने भेजे गयी ऊर्जा का एक हजारवां हिस्षा ही रिसीव किया मैकिन्स ने इस प्रयोग को डिस्कवरी चैनल के लिए किया है इसी चैनल ने इस प्रयोग को करने के लिए धन उपलब्ध कराया था इसे पूरा करने में १० लाख डालर का खर्च आया प्रयोग में २० वाट के सोलर पावर को ट्रांस मीत करने के

रोबटिक हाथ का विकाश

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे हाथ के निर्माण की सफलता पाई है जिसकी मदद से सोचने के बाद ऊंगलियों को मूव किया जासके और किसी चीज को छूने के बाद सम्बेदना महसूस होसके इसे बिकसित करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है विज्ञानं के छेत्र में यह पहली बार है की कोई मरीज अपने दिमाग का इस्तेमाल कर क्रितीम अंग को नियंत्रीत कर सकता है तथा कुछ जटिल गतिविधियों को अंजाम दे सके यह क्त्रितीम अंग मरीज के नर्वश सिस्टम से जुरा होता है वैज्ञानिकों ने एक कार अक्सीडेंट में कोहनी तक बायाँ हाथ गवां चुके एक मरीज में एलेक्ट्रोड़ इम्प्लांट किये उन्होंने आर्टिफिसियल हाथ को इस मरीज के इलेक्ट्रोड से जोड़ा उसकी बाह के बचे साथ इसे इम्प्लांट नहीं किया गया एक महीने के अन्दर यह रोबटिक हाथ मरीज के दीमाग के द्वारा दिए गए ९५ फीसदी आदेशो को मानने लगा

स्टेम सेल तकनीकी से उगाये दात

नई दिल्ली के भारतीय आयुर्विगान संसथान के डोक्टरों ने स्टेम सेल तकनीक से एक बच्चे की दात उगाने में सफलता पाई है एक दुरधटना के कारन बच्चे के दात को नोकसान पंहुचा था अस्पताल में भारती कराये जाने के बाद डा नसीम साह की अगुवाई में डाक्टरों ने उसके दात के जर में छोटा सा चीरा लगाकर स्टेम सेल तकनीक की मदद से नई कोसीकाए दाल दी डा साह के अनुसार डेंटल पल्प स्टेम सेल दात के जर में नई कोसीकाए पैदा करता है जो बाद में सखत होकर दात के रूप में उभर आती है

शनि के संबंद में

टाईटन का साऊथ पोलर अधिकतर जगह पर मीथेन से घिरा पाया गया है यह कुहासे के सतह को जन्म देता है टाईटन सौर्यमंडल में हमारी पृथ्वी के अलावा एक मात्र ऐसी जगह दीखती है जहा काफी मात्रा में तरल है मुख्या शोध करता माइक ब्रावून के मुताबिक ऐसा लगता है की पृथ्वी और सनी एक दुसरे की बिशेषता भी साझा करते है माईक कहते है कुहासे की मौजूदगी बताती है की सतह और वातावरण के बीच पदार्थों का आदान परदान होता है

शनि के सबसे बड़े चंद्रमा पर कुहासा मिला

पानी के बाद अब साईन्टिस्टों ने शनि के सबसे बड़े चंद्रमा टाईटन पार कुहासा पाया है कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट आफ तेकानालाजी के

पानी के भंडार वाले ग्रह की ख़ोज

वैगानिको ने पृथ्वी जैसे ग्रह की ख़ोज की है इस ग्रह को जीजे १२१४ बी नाम दिया गया है यह ग्रह पृथ्वी से बड़ा है और एक दूसरे सौर मंडल में मिला है सबसे खास बात यह है की इस ग्रह पर पानी का भंडार है यहाँ पानी भी थोडा नहीं बल्कि आधे से अधिक ग्रह पर पानी ही पानी मोजूद है यह ग्रह पृथ्वी से करीब ४२ प्रकास वरस करीब १३ लाख मील दूर है यह अपने सूर्य से बहूत करीब है इसके चलते इसकी सतह का तापमान २०० डिगरी सेलासियास है लेकिन इस सौर मंडल का सूर्य उतना गरम नहीं है जितना हमारे सौर मंडल का इस ग्रह का व्यास पृथ्वी से 2.7 गुना अधिक है यह ग्रह अपने सूर्या का चक्कर मात्र ३८ hours में पूरा कर लेता है जबकी यह ग्रह जिस कक्षा में परिक्रमा करता है उसकी लम्बाई एक वर्ष है इस ग्रह पर जीवन के समभावना नहीं है यहाँ तापमान ज्यादे है

camputar की खोज

हाल में प़मूख अमेरिकी कमपनी आ ई बी ऍम ने अनेको प्रोसेसर युक्त एक ऐसा तीव्र्व कम्पूटर बिकसीत किया है जो ब्रेन की तरह सोच

मंगल के बारे में

मंगल ग्रह पर जल और जीवन के तलास के परयासो के बीच वैज्ञानिको के एक दल ने यहाँ पर प्राचीन झीले ख़ोजने का दावा किया है उनका कहना है की इस ग्रह पर कभी झीले थी और उसमे कभी जीवन था यह जीवन सूछ्म जैविक अवस्था में था इस दल का नेत्रत्व भारतीय मूल के वैज्ञानिक संजीव गुप्ता कर रहे है वैज्ञानिको ने मार्स रिकोनैन्सेंस आर्बीटर से मिली तस्बीरो की फोरेंसिक जाच के बाद यह दावा किया सैतैलाईत के द्वारा खीचे गयी गयी तस्वीरों से पता चलता है मंगल की भूमध्य रेखा पर करीब २० किलोमीटर चौरी झील थी जो प्रथ्वी पर मौजूद

विज्ञानं का vikash

आक्सफोर्ड में टेक्नालाजी कन्र्फारेंस में प्रोफ्फेसर हेनरी अपनी परियोजना के बारे में बताया की २०१८ तक समझदार और सम्बेदंसील दिमाग क्रितीम रूप से तैयार कर लेगे एक ऐसा मस्तिस्क जो की सिलिकन सोना और ताबे का बना होगा
आदुनिक मानव के पूर्वज होमोसपेयांस को अपने विकाश काल में प्रकृति के प्रतिकूलता का सामना करना पड़ा उसे भोजन जुटाने तथा जलवावुगत परिवर्तनों से बचने के लिए कदा संगर्ष करना पड़ा उससे हिंसक पशु उसके जान के दुश्मन बने हुए थे किन्तु इन सबके बिरुद्ध परिस्तितियो का सामना आदि मानव ने बड़े साहस के साथ किया