"" शरीर और मन से तनाव दूर कर साक्षी में प्रवेश करवाने वाला अद्भुत आसन - शवासन योग का आरंभिक चरण है। शवासन हमारे शरीर को उस स्थिति में प्रवेश करवाता है जिस स्थिति में ध्यान आसानी से घटित हो सके। शवासन का मतलब है कि शव या मुरदा जिस आसन या स्थिति में होता है, अपने शरीर को उस स्थिति में ले जाना। जिस भांति मुरदा न श्वास लेता, न कोई हलचल करता, चेहरे पर कोई भाव नहीं होता है, चेहरा निर्भाव होता है, ठीक उसी स्थिति में अपने शरीर को ले जाना शवासन कहलाता है। मुर्दे के जैसा चेहरा तब होता है जब हमारे चेहरे पर कोई भाव नहीं होता है और मुर्दे जैसा शरीर तब होता है जब हमारे मन में कोई भी विचार नहीं होता है। यानि ध्यान वाली स्थिति। ध्यान वाली स्थिति में हमारा शरीर मुर्दे जैसा शांत और शिथिल हो जाता है। जब हमारा ध्यान वाली स्थिति में प्रवेश होता है, अचेतन में प्रवेश होता है, तब चेहरे से भाव और मन से विचार विलिन होने लगते हैं। भाव और विचारों के विलिन होते ही मन शांत होने लगता है और मन के शांत और शिथिल होते ही शरीर एक स्थिति में प्रवेश करता है। वह शांत और शिथिल हो उस स्थिति में प्रवेश
Varta.tv: Vartabook.com : Vartavideo.com विज्ञान इंडिया डॉट कॉम विज्ञान से संबंधित न्यूज़ वेबसाइट है इसमें प्रकार के भारतीय आध्यात्मिक विज्ञान विज्ञान सत्य सनातन संस्कृति नई नई नई टेक्नोलॉजी आदि की letestजानकारी दी जाती है काम विज्ञान ओशो विभिन्न धार्मिक गुरुओं के सृष्टि उत्पत्ति ईश्वरी परिकल्पना मंत्र विज्ञान तंत्र विज्ञान आधुनिक विज्ञान टाइम ट्रैवलिंग कंप्यूटर प्रोग्रामिंग नए नए प्रोडक्ट की जानकारी प्रोडक्ट की जानकारी सेक्स संबंधित रोग एवं उपचार की जानकारी दी जाती है धन्यवाद