क्या एक दिन ऐसा भी आएगा जब दिमाग में प्रत्यारोपित किए गए चिप की बदौलत इंसान सीधे संपूर्ण मानव ज्ञान का उपयोग करने में सक्षम हो पाएगा?
आपको शायद ये बात मज़ाक लगे, शायद सोच से परे भी, लेकिन अमरीकी लेखक और आविष्कारक रे कुरुजविल का मानना है कि ऐसा भविष्य में ज़रुर संभव होगा.
हाल ही में सैनफ्रांसिस्को में हुए एक सम्मेलन में रेकुरुजविल ने बीबीसी फ्यूचर को बताया कि किस तरह से भविष्य में महत्वपूर्ण बदलाव जन्म लेंगे और इंसानों व समाज पर इनका क्या असर होगा. ये परिवर्तन मानव इतिहास का सबसे बड़ा परिवर्तन होगा.
रे कुरुजविल का तर्क है कि क्लिक करेंकंप्यूटर की ताकत आज जिस तरह से बढ़ गई है, उस देखते हुए कहा जा सकता है कि 2029 में मशीनें इंसानों की तरह ही स्मार्ट हो जाएगी.
चिप को तंत्रिका तंत्र से जोड़ कर हम मानव को और स्मार्ट बनाया जा सकता हैं.
"सूचना प्रौद्योगिकी जिस रफ्तार से बढ़ रही है, दशक पहले जितना कंप्यूटर इस्तेमाल में आता था, उसकी तुलना में आज हम दोगुनी तेजी़ से कंप्यूटर की ताकत का इस्तेमाल करते हैं, भविष्य में इसकी ताकत और इस्तेमाल लगातार बढ़ता जाएगा."
रे कुरुजविल
ये कुछ कुछ वैसा ही होगा जिस तरह से आज हम वर्चुअल रिएलटी गेम का इस्तेमाल करते हैं, ये भी कुछ उसी तरह से संभव होगा.
इसके बाद इंसान की सोच का दायरा भी काफी बड़ा हो जाएगा.
भविष्य की सोच
रे कुरुजविल कहते हैं, “सूचना प्रौद्योगिकी जिस तरह से बढ़ रही है, दशक पहले जितना कंप्यूटर इस्तेमाल में आता था, उसकी तुलना में आज हम दोगुनी तेजी़ से कंप्यूटर की ताकत का इस्तेमाल करते हैं, भविष्य में इसकी ताकत और इस्तेमाल लगातार बढ़ता जाएगा
लेकिन वो स्थितियां कैसी होंगी, इस सवाल पर वो कहते हैं, "लोग नए तरीकों सेक्लिक करेंप्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने लगेंगे और अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए इन शक्तिशाली उपकरणों का इस्तेमाल करने लगेंगे."
चिप को मस्तिष्क में लगाने के बाद कई रोगों का निदान किया जा सकता है, जैसे पार्किंन्सन ले पीड़ित रोगियों के आलावा बधिर लोगों को भी सक्षम बनाया जा सकता है.
तो क्या आप तैयार हैं भविष्य के ऐसे इंसान के लिए जो हर चीज़ इंसान से बेहतर सोचेगा और शायद करेगा भी
sabhar : bbc.co.uk
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