जर्मनी ने अभी-अभी दुनिया की ऊर्जा संकट को हल करने की दिशा में एक विशाल छलांग लगा दी है
जर्मनी ने अभी-अभी दुनिया की ऊर्जा संकट को हल करने की दिशा में एक विशाल छलांग लगा दी है।
वैज्ञानिकों ने घोषणा की है कि उनका नया फ्यूज़न रिएक्टर — एक ऐसी मशीन जो सूर्य की शक्ति की नकल (replicate) करने के लिए डिज़ाइन की गई है — 2030 तक पूरे ग्रह को ऊर्जा देने के लिए पर्याप्त स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है।
और सबसे रोमांचक बात यह है कि जल्द ही इसे पहली बार वास्तविक परीक्षणों के लिए विद्युत ग्रिड (electrical grid) से जोड़ा जा सकता है।
यह ऐतिहासिक सफलता Wendelstein 7-X रिएक्टर से आई है, जो अब तक निर्मित सबसे उन्नत नाभिकीय संलयन (fusion) उपकरणों में से एक है।
नाभिकीय विखंडन (fission) के विपरीत — जिसमें परमाणु विभाजित किए जाते हैं — संलयन (fusion) हाइड्रोजन परमाणुओं को आपस में मिलाकर अपार ऊर्जा उत्पन्न करता है,
वह भी शून्य कार्बन उत्सर्जन (zero carbon emissions) और बिना दीर्घकालिक रेडियोधर्मी अपशिष्ट (no long-term radioactive waste) के।
यह वही प्रतिक्रिया है जो सूर्य को ऊर्जा देती है — और अब इसे पृथ्वी पर नियंत्रित कर लिया गया है।
इंजीनियरों ने स्थिर प्लाज़्मा कैद (stable plasma confinement) को रिकॉर्ड अवधि तक बनाए रखने में सफलता प्राप्त की है — जो सतत ऊर्जा उत्पादन (continuous power generation) की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
यदि इसे बड़े पैमाने पर सफलतापूर्वक लागू किया गया, तो एक अकेला फ्यूज़न संयंत्र हजारों पारंपरिक बिजलीघरों की जगह ले सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक जीवाश्म ईंधनों पर वैश्विक निर्भरता समाप्त कर सकती है और असीमित स्वच्छ ऊर्जा (limitless clean energy) के युग की शुरुआत कर सकती है।
जर्मन वैज्ञानिकों की टीम अब रिएक्टर को विद्युत ग्रिड से जोड़ने की तैयारी कर रही है — यह कदम पूरे ऊर्जा उद्योग को पुनर्परिभाषित कर सकता है।
यदि परिणाम अनुमानित रूप में सफल रहे, तो मानवता को शीघ्र ही एक टिकाऊ ऊर्जा स्रोत (sustainable power source) मिल सकता है जो पृथ्वी के हर शहर, हर घर और हर वाहन को रोशन करने में सक्षम होगा।
यह सिर्फ एक वैज्ञानिक उपलब्धि नहीं है — यह ऊर्जा-स्वतंत्रता के नए युग की सुबह है।
भविष्य की ऊर्जा सौर (solar), पवन (wind) या तेल (oil) नहीं —
बल्कि संलयन (Fusion) है।
#TechTime #FutureEnergy #FusionBreakthrough #SmartScience #WhatsTrending साभार chandrisma Face Book

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