टोक्यो. जापान ने एक ऎसा चश्मा तैयार किया है जिसको पहनकर आप किसी भी भाषा को आसानी से पढ सकते हैं, क्योँकि यह चश्मा किसी भी भाषा को ट्रांसलेट कर आपके सामने पेश कर सकता है और आप आसानी से इस चश्मे को पहनकर किसी भी भाषा को आसानी से पढ सकते हैं. आपकी जानकारी के लिये बता दें कि यह चश्मा पर्यटकों के लिए वरदान साबित हो सकता है. इस तकनीक से विदेश यात्रा करने वाले पर्यटकों, रेस्त्रां का मैन्यू और अन्य दस्तावेज को तुरंत पढने में सहायता मिलेगी. जापान की एक बडी मोबाइल ऑपरेटर कंपनी का कहना है कि उसने एक ऎसा चश्मा तैयार किया है जो अपरिचित शब्दों की एक सूची का अनुवाद कर सकता है. खबर के अनुसार कंपनी का कहना है कि उसका यह इंटेलीजेंट चश्मा किसी भी अपरिचित शब्दों की अनुवादित छवि पेश कर सकता है.
यह चश्मा देखने के काम आने के साथ-साथ आभासी चित्रों की भी हेरफेर करने में सहायक है. कंपनी के अनुसार इस तकनीक को जापान के एक कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक शो सीटैक-2013 में प्रदर्शित किया जाएगा. कंपनी का कहना है कि यह चश्मा, जिस पर अभी शोध जारी है, उपभोक्ता की अपनी भाषा में अनुवादित विषयवस्तु प्रस्तुत कर सकता है.
गूगल ने स्मार्ट ग्लासेज यानी स्मार्ट चश्मे को एक वीडियो के जरिए आम लोगों के बीच पेश किया है. इस चश्मे के जरिए जापानी, अंग्रेजी, चीनी और कोरियाई भाषाओं में अनुवाद किया जा सकता है. जबकि किसी भी भाषा में अनुवाद के लिए पांच सेकेंड का समय लगता है और इस तकनीक से सपाट सतह को टच स्क्रीन में भी बदला जा सकता है. कोई भी व्यक्ति इस चश्मे में एक रिंग का इस्तेमाल कर सामने नजर आने वाले चित्रों में हेरफेर भी कर सकता है.
जबकि इन चश्मों में सामने नजर आने वाले व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी प्रदर्शित करने के लिए चेहरों को पहचानने का एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी किया गया है. जिसके लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हुए दूरदराज सर्वरों से डाटा लिया जाता है. आईडीसी कंज्यूमर टेक्नोलॉजी सलाहकार ने बताया की धारण की जाने वाली इन तकनीकों में काफी क्षमता है, लेकिन कई समस्याओं का भी सामना करना पडता है. उन्होंने कहा कि छोटी ऎप्लीकेशन वाले इसके साथ स्मार्ट चश्मे नहीं बेचेंगे.
स्मार्ट चश्मों के साथ तात्कालिक समस्या उनके आकार, वजन और बैटरी लाइफ की है. इसके अलावा उपभोक्ताओं की दुनिया में फैशन और सामाजिक स्वीकार्यता भी मुद्दे हैं. कुछ बडी तकनीकी कंपनियां हैं, जो इस तरह की तकनीक विकसित करने में लगी है. गूगल भी अपने गूगल ग्लास प्रोजेक्ट के तहत सिर पर पहने जाने वाला चश्मा तैयार कर रहा है. धारण की जाने वाली तकनीक इन चश्मों में सामने नजर आने वाले व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी प्रदर्शित करने के लिए चेहरों को पहचानने का एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी किया गया है.sabhar : palpalindia.com
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