ब्रह्मांड की तरह समुद्र में भी ब्लैक होल्स हैं.
वैज्ञानिकों के अनुसार अंतरिक्ष और समुद्र में पाए जाने वाले ब्लैक होल्स की गणितीय गणना एक जैसी है.
(भंवर) शहरों से भी बड़े हैं. इनकी चपेट में आने पर कुछ भी नहीं बच पाता है. इस खोज से समुद्र के कचरे से निपटने, हिमखंडों के पिघलने, समुद्र के तापमान में परिवर्तन आने आदि से संबंधित शोध में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी. अंतरिक्ष में पाए जाने वाले ब्लैक होल्स के करीब जो भी वस्तु आती है, उसे वे अपने में खींच लेते हैं.
इन ब्लैक होल्स के केंद्र में इतना अधिक गुरुत्वाकर्षण होता है कि अपने आसपास की रोशनी, आकाशीय पिंड आदि तक को अपने में खींच लेते हैं और फिर इनका अस्तित्व हमेशा के लिए खत्म हो जाता है.
ईटीएच ज्यूरिक के वैज्ञानिकों को अपने नवीनतम खोज में पता चला है कि दक्षिणी अटलांटिक महासागर में भी ब्लैक होल्स (भंवर) हैं. समुद्र की इन ब्लैक होल्स की गणितीय गणना आकाशीय ब्लैक होल्स की तरह की जा सकती है.
समुद्र के ब्लैक होल्स के केंद्र में गुरुत्वाकर्षण इतना अधिक होता है कि इनके करीब का पानी भी इनमें समा जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार समुद्र के इन ब्लैक होल्स की चपेट में आने वाली कोई भी चीज अपने को बचा नहीं पाती है. शोधकर्ताओं के अनुसार दक्षिणी अटलांटिक महासागर में ब्लैक होल्स की संख्या बढ़ती जा रही है.
वैज्ञानिकों को अपने शोध में पता चला है कि दक्षिणी अटलांटिक महासागर के ब्लैक होल्स की बाहर की पानी की परतों और अंतरिक्ष के ब्लैक होल्स की बाहरी परतों के गुण एक जैसे हैं. वैज्ञानिकों ने समुद्र के ब्लैक होल्स में सात एगुल्हस रिंग्स पाए हैं.
इन रिंग्स में कोई भी वस्तु आने पर ब्रह्मांड में पाए जाने वाले ब्लैक होल्स के रिंग की तरह गति करती है.
दक्षिणी अटलां टिक महासागर में पाए गए ब्रह्मांड और समुद्र में पाए जाने वाले ब्लैक होल्स के गुण व गणितीय गणना एक जैसी है समुद्र के ब्लैक होल्स में भी जबरदस्त गुरुत्वाकर्षण, करीब का पानी भी समा जाता है.sabhar :http://www.samaylive.com
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