जापानी वैज्ञानिकों ने पहला एंफ़िबियस रोबोट (जलस्थलचर रोबोट) का निर्माण किया है जो मानव के नियंत्रण में रहकर परमाणु बिजलीघर "फुकुशिमा-1" में उच्च विकिरण की स्थितियों में काम करने में सक्षम होगा।
तिबा प्रौद्योगिकी संस्थान के विशेषज्ञों ने इस रोबोट का प्रदर्शन किया है। इस राहतकर्ता-रोबोट का नाम "सकुरा" है जो सीढ़ियों पर चढ़ तथा उतर सकता है और जल के नीचे भी काम कर सकता है।
परमाणु बिजलीघर "फुकुशिमा-1" के कई तहख़ानों और नालियों में रेडियोधर्मी जल भरा हुआ है। आम मनुष्य वहाँ राहत-कार्य नहीं कर सकता है। इससे पहले भी जापान के विभिन्न वैज्ञानिक संगठनों में भी ऐसे रोबोटों का निर्माण किया जाता रहा है लेकिन वे रोबोट ज़्यादा देर तक काम नहीं कर पाते थे। sabhar : http://hindi.ruvr.ru
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