उल्लेखनीय है कि डॉक्टर ने महिला की पीठ में नेजल टिशू डाल दिया था। डेली मेल ऑन लाइन डॉट कॉम में छपी एक खबर के मुताबिक अब अमेरिकी नागरिक इस अज्ञात महिला का पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन के हास्पिटल द इगेज मोनिज में इलाज किया गया था। तब डॉक्टर ने उसकी रीढ़ की हड्डी में एक स्टेम सेल टिशू डाल दिया था। तब डॉक्टरों ने सोचा था कि ऐसा करने से न्यूरल सेल्स विकसित हो जाएंगी और महिला की रीढ़ की हड्डी में जो क्षति हुई थी, वह ठीक हो जाएगी, लेकिन यह इलाज सफल नहीं हो सका था।
पर पिछले वर्ष आठ वर्षों में इस 36 वर्षीय महिला ने शिकायत की थी कि उसकी पीठ में बहुत तेज दर्द होता रहा है जोकि लगातार बढ़ता जा रहा है। जब डॉक्टरों ने देखा तो उन्हें पता लगा कि उसकी पीठ में 3 सेमी लम्बी नाक उग आई है। यह नेजल टिशू से बनी थी और इसमें थोड़ी सी हड्डियां और नर्व ब्राचेंस भी थीं लेकिन ये इस्पाइनल कॉर्ड से जुड़ नहीं पाई थीं।
बाद में, यूनिवर्सिटी ऑफ आयोवा हास्पिटल्स एंड क्लीनिक्स, आयोवा सिटी के न्यूरो सर्जन ब्राइन डीलफी ने इस नाक को काटकर अलग किया। उनका कहना था कि यह नाक घातक नहीं थी लेकिन इसमें से एक गाढ़ा चिपचिपा पदार्थ निकल रहा था संभवत: इसी कारण से उसकी पीठ में तेज दर्द हो रहा था।
डेट्रॉयड, मिशिगन की वायने स्टेट यूनिवर्सिटी के स्टेम सेल रिसर्चर ज्यां पेडुजी-नेल्सन का कहना था कि जिन लोगों ने भी नेजल टिशू को ग्रहण किया है उनमें से ज्यादातर ने सुधार का अनुभव किया था। उन्होंने न्यू साइंटिस्ट से कहा था कि इस तरह की विपरीत घटना से मैं दुखी हूं लेकिन इस तरह की घटनाएं एक फीसदी से भी कम होती हैं। इस मामले में स्टेम सेल के विशेषज्ञ प्रोफेसर एलेक्जेंडर सीफैलियान का कहना है कि स्टेम सेल की यह विशेषता होती है कि ये दूसरे प्रकार के सेल में भी बदल जाते हैं। इतना ही नहीं, अगर ठीक समय से इलाज नहीं किया जाता है तो ये कैंसर सेल में भी बदल जाती हैं और इससे बीमार की जान भी जा सकती है।
इस महिला के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था जिसके कारण से लगातार दर्द का अनुभव होता रहा। दुनिया में ऐसी ही अन्य तरह के समाचार आते रहे हैं। चीन में एक युवक के माथे पर नाक उगाई गई थी क्योंकि उसकी नाक एक कार दुर्घटना में टूट गई थी। चूंकि दुर्घटना के बाद उसकी असली नाक में संक्रमण हो गया था और यह विकृत हो गई थी। 22 वर्षीय शियाओ लियान को दूसरी नाक लगाने के ऑपरेशन चीन के फूजियान प्रांत के फूजू नगर में किया गया था।
sabhar :http://hindi.webdunia.com/
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
vigyan ke naye samachar ke liye dekhe