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छठी पीढ़ी का विमान

छठी पीढ़ी का विमान

रूस में छठी पीढ़ी के विमान के विकास पर काम आरंभ हो गया है| लगता है यह चालकरहित विमान ही होगा| कृत्रिम बुद्धि के बल पर ही इस विमान का संचालन होगा|

आजकल रूस में पांचवीं पीढ़ी के विमान T-50 के परीक्षण पूरे हो रहे हैं| इस विमान की बॉडी कोम्पोज़िट सामग्रियों से बनाई गई है और इसकी वायु-गतिकीय संरचना ऐसी है कि उड़ान के समय यह रडारों के लिए प्रायः अदृश्य रहता है| नई पीढ़ी का विमान किस दृष्टि से इससे आगे होना चाहिए? चालकरहित उड्डयन विशेषज्ञ देनीस फेदुतीनोव कहते हैं:
“विशेषज्ञ इस बात पर एकमत हैं कि छठी पीढ़ी के विमान चालकरहित होंगे| हमें दो कदम आगे चलना चाहिए, पांचवीं पीढ़ी के विमान का विकास-कार्य पूरा होने का इंतज़ार किए बिना ही आगे बढ़ना चाहिए| कई देशों में इस दिशा में काम हो रहा है| अमरीका में बोईंग कंपनी ‘फेंटम रे’ प्रोजेक्ट पर तथा ‘नॉर्थरोप ग्रूमन’ कंपनी X-47B प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं| इस साल गर्मियों में ‘नॉर्थरोप ग्रूमन’ कंपनी ने पहली बार यह प्रदर्शित किया है कि इस श्रेणी का विमान पुलट के बिना ही विमानवाहक पोत से उड़ सकता है और उस पर उतर भी सकता है|”
विशेषज्ञ यह मानते हैं कि छठी पीढ़ी के विमान के विकास का काम विभिन्न दिशाओं में आगे बढ़ सकता है| यह काम शुरू से भी शुरू किया जा सकता है या फिर T-50 के विकास में पाई गई तकनीकी उपलब्धियों का उपयोग नई पीढ़ी के विमान के लिए भी किया जा सकता है| कम से कम कुछ कल-पुर्जे तो दोनों पीढ़ियों के विमानों में एक जैसे होंगे|
आजकल सारे संसार में चालकरहित विमानों का उपयोग बढ़ रहा है, कई सशस्त्र टकरावों में इन्हें आजमाया जा चुका है| वैसे अभी तक नियमतः ये विमान टोह लेने और रणभूमि पर नज़र रखने का ही काम करते रहे हैं| हां अब बमवर्षक विमान भी बन रहे हैं जो पायलट के बिना ही सामरिक कार्यभार पूरा कर सकते हैं| किंतु पायलट रहित विध्वंसक विमान के मामले में यह कार्यभार निभाने के लिए कहीं अधिक समय चाहिए| ‘उड़ान’ पत्रिका के मुख्य संपादक आंद्रेई फोमिन कहते हैं:
“धरती पर बम से निशाने पर वार करना एक बात है, लेकिन उड़ान के समय तेज़ी से बदलती परिस्थितियों में पायलट के बिना बम छोड़ने या न छोड़ने का फैसला करना बिलकुल दूसरी बात है| आज के पांचवीं पीढ़ी के विमानों में भी कृत्रिम बुद्धि की प्रणाली काफी विकसित है| यह प्रणाली न सिर्फ पायलट को सुझाव देती है बल्कि ज़रूरत होने पर उड़ान की दिशा बदलने तथा शास्त्रों का उपयोग करने का निर्णय ले सकती है| लेकिन अभी भी केबिन में पायलट की ज़रूरत है| अगले कई दशकों तक बमवर्षकों पर पायलट का काम बना रहेगा|”
हो सकता है कि अगले दशक में छठी पीढ़ी का विध्वंसक विमान बन जाएगा| इसमें पांचवीं पीढ़ी के विध्वंसक विमान के तथा नवीनतम बमवर्षक चालकरहित विमानों के गुणों का समावेश होगा| sabhar :http://hindi.ruvr.ru

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