बेंगलुरू: भारत ने मंगल अभियान के लिए एक अंतरिक्ष यान निर्मित किया है। इस यान को इसी वर्ष अक्टूबर और नवंबर के बीच आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित प्रक्षेपण केंद्र से छोड़ा जाएगा। इसरो के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के उपग्रह केंद्र के निदेशक एस. के. शिवकुमार ने यहां यान के पूर्वावलोकन के मौके पर पत्रकारों से कहा कि देश के पहले मंगल अभियान के लिए 21 अक्टूबर से 19 नवंबर के बीच छोड़े जाने के लिए हमारा अंतरिक्ष यान पूरी तरह तैयार है। इसमें पांच उपकरण मौजूद हैं, जो नौ महीने के मिशन के बाद यान के मंगल की कक्षा में पहुंचने पर वहां विभिन्न प्रयोग करेंगे।
देश के पहले मंगल अभियान के लिए सरकारी स्वामित्व वाली इसरो पर 4.5 अरब रुपयों की लागत आएगी। इसमें अंतरिक्ष यान पर 1.5 अरब रुपये, रॉकेट पर 1.1 अरब रुपये तथा अभियान के क्रियान्वयन के लिए प्रक्षेपण केंद्र के विकास पर 1.9 अरब रुपये की लागत शामिल है।
मंगल यान निर्माण परियोजना के निदेशक एस. अरुणन ने कहा कि अंतरिक्ष यान का निर्माण सिर्फ 12 महीनों में कर लिया गया। यह यान मंगल के चारों तरफ उसकी सतह से 375 किलोमीटर की दूरी पर कम से कम छह महीने तक चक्कर लगाएगा। (एजेंसी) sabhar : http://zeenews.india.com
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
vigyan ke naye samachar ke liye dekhe