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लाल मिर्च का सेवन

 बदलती दिनचर्या और अनियमित खानपान की वजह से हर दूसरे-तीसरे शख्स में डायबिटीज और जोड़ों में दर्द की समस्या देखने को मिल रही है. इसकी वजह से अस्पतालों और दवाओं पर खूब पैसे खर्च हो रहे हैं लेकिन, डायबिटीज पर कंट्रोल और जोड़ों में दर्द में जल्दी आराम के लिए लाल बड़ी मिर्च का नियमित सेवन वरदान साबित हो सकता है.

डॉक्टरों के अनुसार, लाल बड़ी मिर्च में विटामिन सी और आयरन के अलावा एक विशेष एंटी ऑक्साइड गुण पाया जाता है. हालांकि, यह मिर्च साल के दो महीने ही बाजार में मिलती है. लाल बड़ी मिर्च फरवरी से लेकर मार्च तक मिलती है. इसके बाद धीरे-धीरे कम हो जाती है लेकिन, इसका उपयोग अचार या जाइम के रूप में किया जाए तो 6-8 महीने तक आराम से चल जाता है.

सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर और न्यूट्रिशन डॉ. सुमित रावत बताते हैं कि लाल मिर्च केवल दो-ढाई महीने ही बाजार में मिलती है. लेकिन, यह बड़े ही फायदे की चीज है. इसमें कैंसर निवारक गुण पाए जाते हैं. अगर किसी को पेट का कैंसर या आंख का कैंसर होने की संभावना है और वह व्यक्ति नियमित बड़ी वाली लाल मिर्च का सेवन


कर रहा है तो यह संभावना बेहद कम हो जाती है. इसके अलावा जिसको फैटी लीवर की शिकायत है, उसके लिए अभी यह बहुत अच्छी होती है. यह बहुत कारगर और रामबाण सब्जी है.

डॉ. रावत बताते हैं कि लाल बड़ी मिर्च में काफी मात्रा में विटामिन सी होता है. आयरन होता है. इसके अलावा इसमें एक एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, यानी जिनको जोड़ों की समस्या है, डायबिटीज की समस्या है या जिनके शरीर में कुछ ज्यादा टूट होती है, अकड़न होती है, उनके लिए यह बहुत फायदेमंद है.

इस लाल मिर्च का लगातार प्रयोग करना चाहिए. सीजन के दौरान इसको सब्जी में इस्तेमाल कर सकते हैं. जब सीजन चला जाए तो उसको अचार डालकर रख सकते हैं. अचार काफी लंबे समय तक चलता है. लोग इसको चटनी में भी डालते हैं. कोई भी पराठा या खाने की अन्य कोई चीज ले रहे हैं, तो उसके साथ में इसकी चटनी कंज्यूम कर सकते हैं. टमाटर या आंवला की चटनी में मिक्स करके लाल मिर्च की चटनी बना सकते हैं.

🙏 साभार 

राधादेव शर्मा

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