हीमोफीलिया जैसी जन्मजात बीमारी के आगे चिकित्सा जगत भी लाचार है लेकिन अब ऐसे असाध्य रोगों का इलाज मुश्किल नहीं होगा फिलाडेल्फिया स्थित चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने जून 2011 में geen में बदलाव कर पहली बार इन बीमारियों से लड़ने की क्षमता विकसित करने का दावा किया था हालांकि उनका शोध शुरुआती दौर में है और उन्हें उन्हें यह सफलता चूहों के इलाज में मिली थी लेकिन शोधकर्ता आने वाले समय में के लिए इसी एक बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं वैज्ञानिकों द्वारा विकसित की गई इस पद्धति को अनुवांशिक संपादन जिनोम एडिटिंग नाम दिया गया है शोधकर्ताओं का कहना है कि इस तकनीक से आनुवंशिक त्रुटियों में सुधार किया जाएगा जिससे आने वाली पीढ़ी में जन्मजात बीमारी होती है शोधकर्ताओं ने इस तकनीक का प्रयोग चूहों पर किया जो सफल भी रहा इसमें ऐसे चूहों को लिया गया जो हीमोफीलिया बी नामक अनुवांशिक बीमारी से ग्रसित थे इस जन्मजात बीमारी में खून का थक्का बनने की प्रक्रिया रुक जाती है ऐसे में एक बार चोट लगने या कटने पर खून लगातार बहता रहता है जुआ से ज्यादा खून बह जाने पर कई बार मौत भी हो जाती है वैज्ञानिकों ने हीमोफीलिया बी से ग्रसित चूहों के जीनोम को संपादित किया इस प्रक्रिया में उनके खराब इनको बदल दिया गया वैज्ञानिकों ने पाया कि जिलों में बदलाव के बाद चूहे ठीक हो गए काटने पर उनका खून भी सामान्य चूहों की तरह जम गया वह भी बिना किसी negativ प्रभाव की
? ॐ सह नाववतु । सह नौ भुनक्तु । सह वीर्यं करवावहै । तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै । ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ अर्थ :'' हे! परमेश्वर ,हम शिष्य और आचार्य दोनों की साथ-साथ रक्षा करें। हम दोनों (गुरू और शिष्य) को साथ-साथ विद्या के फल का भोग कराए। हम दोनों एकसाथ मिलकर विद्या प्राप्ति का सामर्थ्य प्राप्त करें। हम दोनों का पढ़ा हुआ तेजस्वी हो। हम दोनों परस्पर द्वेष न करें''। ''सौंदर्य लहरी''की महिमा ;- 17 FACTS;- 1-सौंदर्य लहरी (संस्कृत: सौन्दरयलहरी) जिसका अर्थ है “सौंदर्य की लहरें” ऋषि आदि शंकर द्वारा लिखित संस्कृत में एक प्रसिद्ध साहित्यिक कृति है। कुछ लोगों का मानना है कि पहला भाग “आनंद लहरी” मेरु पर्वत पर स्वयं गणेश (या पुष्पदंत द्वारा) द्वारा उकेरा गया था। शंकर के शिक्षक गोविंद भगवदपाद के शिक्षक ऋषि गौड़पाद ने पुष्पदंत के लेखन को याद किया जिसे आदि शंकराचार्य तक ले जाया गया था। इसके एक सौ तीन श्लोक (छंद) शिव की पत्नी देवी पार्वती / दक्षिणायनी की सुंदरता, कृपा और उदारता की प्रशंसा करते हैं।सौन्दर्यलहरी/शाब्दिक अर्थ सौन्दर्य का
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