हरीतकी "हरड़" का आयुर्वेदिक महत्व

 🌹 हरीतकी को आयुर्वेद में "हरड़" के नाम से भी जाना जाता है। 

इसे "सभी रोगों की दवा" कहा जाता है।


क्योंकि यह शरीर को शुद्ध करने, पाचन सुधारने, और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है। यह त्रिफला (हरीतकी, बिभीतकी और आंवला) का एक मुख्य घटक है।


🌺 हरीतकी के प्रकार :==


आयुर्वेद में हरीतकी को सात प्रकारों में बांटा गया है:


1. विजया – शरीर को संतुलित रखती है।


2. रोहिणी – घाव भरने और त्वचा रोगों के लिए फायदेमंद।


3. पूतना – बालों और त्वचा के लिए उपयोगी।


4. अमृता – बुखार और संक्रमण में लाभदायक।


5. अभया – नेत्र रोगों और मस्तिष्क के लिए फायदेमंद।


6. जीवनी – ऊर्जा और शक्ति बढ़ाने वाली।


7. चेतकी – पाचन तंत्र सुधारने में सहायक।


हरीतकी के फायदे :===


1. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद


कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी को दूर करता है।


आँतों को साफ करता है और पेट हल्का रखता है।


भूख बढ़ाने में मदद करता है।


2. रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाए


शरीर से विषाक्त पदार्थ (Toxins) बाहर निकालता है।


वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाता है।


सर्दी, जुकाम और खांसी में लाभदायक।


3. वजन घटाने में सहायक


चयापचय (Metabolism) को तेज करता है।


पेट की चर्बी कम करने में मदद करता है।


शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को धीरे-धीरे हटाता है।


4. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक


ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है।


कोलेस्ट्रॉल कम करता है।


रक्त संचार को सुधारता है।


5. मधुमेह (Diabetes) में उपयोगी


रक्त शर्करा (Blood Sugar) को नियंत्रित करने में मदद करता है।


इंसुलिन के सही स्तर को बनाए रखने में सहायक।


6. मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी


याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने में सहायक।


तनाव, चिंता और डिप्रेशन को कम करता है।


7. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद


त्वचा के दाग-धब्बे और मुंहासे दूर करता है।


बालों को काला, घना और मजबूत बनाता है।


डैंड्रफ को कम करता है।


🌺 हरीतकी का उपयोग कैसे करें?


1. कब्ज और पाचन के लिए


कैसे लें?


1 चम्मच हरीतकी चूर्ण को रात में गुनगुने पानी या दूध के साथ लें।


इसे शहद के साथ भी लिया जा सकता है।


2. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए


कैसे लें?


हरीतकी चूर्ण को आंवला और गिलोय के साथ मिलाकर सेवन करें।


इसे गर्म पानी में मिलाकर दिन में एक बार पिएं।


3. वजन घटाने के लिए


कैसे लें?


हरीतकी पाउडर को गुनगुने पानी और शहद के साथ सुबह खाली पेट लें।


4. त्वचा और बालों के लिए


कैसे लगाएं?


हरीतकी पाउडर को नारियल तेल या दही में मिलाकर बालों में लगाएं।


चेहरे पर लगाने के लिए गुलाब जल के साथ पेस्ट बनाकर लगाएं।


---


हरीतकी का सेवन करते समय सावधानियाँ


गर्भवती महिलाओं को हरीतकी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।


अधिक मात्रा में लेने से डायरिया या पेट दर्द हो सकता है।


लो बीपी वाले लोग इसका अधिक सेवन न करें।


बच्चों को देने से पहले वैद्य या डॉक्टर से परामर्श कर लें।


निष्कर्ष :====


हरीतकी एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है जो पाचन, हृदय, त्वचा, बाल, मानसिक स्वास्थ्य और इम्यूनिटी के लिए बहुत फायदेमंद है। इसे सही मात्रा में और सही तरीके से लेने से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।


अगर आप इसे दवा के रूप में लेना चाहते हैं, तो पहले किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

#highlight

@हाइलाइट साभार amitesh kumar Facebook 

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पहला मेंढक जो अंडे नहीं बच्चे देता है

लघु दुर्गा सप्तशती

क्या है आदि शंकर द्वारा लिखित ''सौंदर्य लहरी''की महिमा