त्योहारों और बड़ी संख्या में लोगों के जुड़ने के दौरान पैदा होने वाली भगदड़ जैसी स्थिति पर काबू पाना अब ज्यादा आसान होगा क्योंकि वैज्ञानिकों ने एक ऐसे सॉफ्टवेयर का निर्माण किया है जो बिल्कुल सही ढंग से इस बात का पता लगा सकेगा कि कोई भीड़ कर खतरे के स्तर तक पहुंचेगी जिससे भगदड़ पर काबू पाया जा सकेगा इस सॉफ्टवेयर का विकास जर्मनी के वैज्ञानिकों ने किया है और उनका कहना है कि इससे सुरक्षा कर्मचारियों को इस बात की सुविधा मिलेगी कि भगदड़ जैसी स्थिति पैदा होने से पहले वह भीड़ को तितर-बितर कर सकें यह सॉफ्टवेयर किसी भीड़ की स्थिति का अध्ययन और उसकी जांच करता है ऐसा वह भीड़ के वीडियो फुटेज के हर पिक्सेल को देखकर करता है जैसे ही उसे लगता है कि वीडियो पिक्सेल के बीच काफी समानता है वह सुरक्षा कर्मचारियों को अलग कर देता है
वैज्ञानिकों को इंडोनेशियाई वर्षावन के अंदरूनी हिस्सों में एक ऐसा मेंढक मिला है जो अंडे देने के बजाय सीधे बच्चे को जन्म देता है. एशिया में मेंढकों की एक खास प्रजाति 'लिम्नोनेक्टेस लार्वीपार्टस' की खोज कुछ दशक पहले इंडोनेशियाई रिसर्चर जोको इस्कांदर ने की थी. वैज्ञानिकों को लगता था कि यह मेंढक अंडों की जगह सीधे टैडपोल पैदा कर सकता है, लेकिन किसी ने भी इनमें प्रजनन की प्रक्रिया को देखा नहीं था. पहली बार रिसर्चरों को एक ऐसा मेंढक मिला है जिसमें मादा ने अंडे नहीं बल्कि सीधे टैडपोल को जन्म दिया. मेंढक के जीवन चक्र में सबसे पहले अंडों के निषेचित होने के बाद उससे टैडपोल निकलते हैं जो कि एक पूर्ण विकसित मेंढक बनने तक की प्रक्रिया में पहली अवस्था है. टैडपोल का शरीर अर्धविकसित दिखाई देता है. इसके सबूत तब मिले जब बर्कले की कैलिफोर्निया यूनीवर्सिटी के रिसर्चर जिम मैकग्वायर इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप के वर्षावन में मेंढकों के प्रजनन संबंधी व्यवहार पर रिसर्च कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें यह खास मेंढक मिला जिसे पहले वह नर समझ रहे थे. गौर से देखने पर पता चला कि वह एक मादा मेंढक है, जिसके...
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