गाने वाली चिड़िया जेबरा फिंच के जीनोम का ब्लूप्रिंट तैयार कर लेने की डॉक्टरों द्वारा घोषणा की गई है वाशिंगटन विश्वविद्यालय के डॉ वेसले वारेन के नेतृत्व वाले एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा की गई इस खोज से कई वैज्ञानिक विधियों को सुलझाने में मदद मिलने की संभावना है खासकर इंसानों और अन्य प्राणियों में आवाज सीखने के रहस्य के बारे में जानने के लिए यह खोज काफी महत्वपूर्ण हो सकती है वैज्ञानिकों को विश्वास है कि इस जीनोम ब्लूप्रिंट से स्पीच डिसऑर्डर मसलन ऑटिज्म हकलाना और पार्किंसन जैसे रोगों के जेनेटिक कारण ओं को भी समझा जा सकता है जेबरा फिंच नाम की यह चिड़िया आवाज को सीखने की प्रक्रिया का बेहतरीन उदाहरण है उल्लेखनीय है कि सिंगिंग वर्ल्ड के अलावा मुर्गा ही एकमात्र ऐसा पक्षी है जिसके दिनों का पूरा खाका खींचने में सफलता वैज्ञानिकों को मिली है इस तुलना के बाद यह पता लगाया जा सका है कि आखिर कौन से ऐसे हैं जो आवाज गाने को सीखने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं
वैज्ञानिकों को इंडोनेशियाई वर्षावन के अंदरूनी हिस्सों में एक ऐसा मेंढक मिला है जो अंडे देने के बजाय सीधे बच्चे को जन्म देता है. एशिया में मेंढकों की एक खास प्रजाति 'लिम्नोनेक्टेस लार्वीपार्टस' की खोज कुछ दशक पहले इंडोनेशियाई रिसर्चर जोको इस्कांदर ने की थी. वैज्ञानिकों को लगता था कि यह मेंढक अंडों की जगह सीधे टैडपोल पैदा कर सकता है, लेकिन किसी ने भी इनमें प्रजनन की प्रक्रिया को देखा नहीं था. पहली बार रिसर्चरों को एक ऐसा मेंढक मिला है जिसमें मादा ने अंडे नहीं बल्कि सीधे टैडपोल को जन्म दिया. मेंढक के जीवन चक्र में सबसे पहले अंडों के निषेचित होने के बाद उससे टैडपोल निकलते हैं जो कि एक पूर्ण विकसित मेंढक बनने तक की प्रक्रिया में पहली अवस्था है. टैडपोल का शरीर अर्धविकसित दिखाई देता है. इसके सबूत तब मिले जब बर्कले की कैलिफोर्निया यूनीवर्सिटी के रिसर्चर जिम मैकग्वायर इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप के वर्षावन में मेंढकों के प्रजनन संबंधी व्यवहार पर रिसर्च कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें यह खास मेंढक मिला जिसे पहले वह नर समझ रहे थे. गौर से देखने पर पता चला कि वह एक मादा मेंढक है, जिसके...
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