अधिक नमक से स्व प्रति रक्षित रोगों का खतरा

वह प्रतिरक्षा विकार एक ऐसी शारीरिक अवस्था है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से स्वस्थ ऊतकों पर हमला करके उसे उन्हें नष्ट करने लगती है स्व प्रतिरक्षा विकारों में मल्टीपल स्क्लेरोसिस मायस्थेनिया ग्रेविस ग्रेप्स रोग रूमेटाइड अर्थराइटिस सिस्टमिक लुपस एरिदमेटोसस टाइप 1 डायबिटीज इतिहास शामिल है हाल के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक शोध से इस बात के संकेत मिलते हैं कि बढ़ती स्व प्रति रक्षित रोग दर के पीछे नमक का अधिक उपयोग करना हो सकता है यह खोज शोधकर्ता के विभिन्न दलों द्वारा एक विशेष प्रकार की कोशिकाओं पर किए गए कार्य पर आधारित है जिसे th17 कोशिकाएं कहते हैं यह कोशिकाएं विभिन्न स्व प्रति रक्षित रोगों में लिप्त पाई गई हैं जब हमारा शरीर किसी विशिष्ट रोगाणुओं से संक्रमित होता है तो केवल उसको पहचानने वाली थी वह भी कोशिकाएं ही अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करती हैं यह को शिकायत तेजी से बढ़ती हैं और संक्रमण से लड़ने के लिए अपने जैसी कोशिकाओं की एक फौज तैयार कर लेती है विशेष प्रकार की एटी एवं बी कोशिकाएं आक्रमणकारी रोगाणु की स्मृति बनाए रखती हैं और हमें उनके हक दूसरे हमले से प्रशिक्षित कर देते हैं शोधकर्ताओं के अनुसार जिन लोगों ने यह स्वीकार किया है कि वे फास्ट फूड खाते हैं उसमें th17 कोशिकाओं की संख्या अधिक थी जैसा की सर्वविदित है कि फास्ट फूड में नमक की मात्रा अधिक होती है यह जानने के लिए क्या नमक ही th17 कोशिकाओं की अधिकता का कारण है शोधकर्ताओं में कोशिकाओं के संवर्धन में सोडियम क्लोराइड डाला उन्होंने पाया कि नमक में मध्यम दर्जे की विधि से अधिक नमक खाने वाले प्राणियों को ही की तरह कोशिकाओं की संख्या 10 गुना तक बढ़ गई इंटेक्स पर कोशिकाओं ने ऐसे और बनाने शुरू कर दिए जो इस बात का सूचक था कि वे हानिकारक कोशिकाएं हो गए थे यह परीक्षण चूहों पर किया गया

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