आज का जमाना डिजिटल मार्केटिंग का है आप अपने प्रोडक्ट को ऑनलाइन सेल कर सकते हैं इसके लिए बहुत प्लेटफार्म है जैसे अमेजॉन फ्लिपकार्ट इसके अलावा आप E कॉमर्स वेबसाइट बनाकर कम लागत मूल्य में मार्केटिंग कर सकते हैं आने वाला समय इस तरह के मार्केटिंग को बढ़ाने वाला है यह सरल और सुविधाजनक है आप अपने सामान को विश्व में किसी भी जगह भी बेच सकतेे हैं इसमें ऑनलाइन ऑर्डर बुक करने के सामान को कुरियर ,अन्य ट्रांसपोर्ट एजेंसी के द्वारा भेजा जा सकता है
? ॐ सह नाववतु । सह नौ भुनक्तु । सह वीर्यं करवावहै । तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषावहै । ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥ अर्थ :'' हे! परमेश्वर ,हम शिष्य और आचार्य दोनों की साथ-साथ रक्षा करें। हम दोनों (गुरू और शिष्य) को साथ-साथ विद्या के फल का भोग कराए। हम दोनों एकसाथ मिलकर विद्या प्राप्ति का सामर्थ्य प्राप्त करें। हम दोनों का पढ़ा हुआ तेजस्वी हो। हम दोनों परस्पर द्वेष न करें''। ''सौंदर्य लहरी''की महिमा ;- 17 FACTS;- 1-सौंदर्य लहरी (संस्कृत: सौन्दरयलहरी) जिसका अर्थ है “सौंदर्य की लहरें” ऋषि आदि शंकर द्वारा लिखित संस्कृत में एक प्रसिद्ध साहित्यिक कृति है। कुछ लोगों का मानना है कि पहला भाग “आनंद लहरी” मेरु पर्वत पर स्वयं गणेश (या पुष्पदंत द्वारा) द्वारा उकेरा गया था। शंकर के शिक्षक गोविंद भगवदपाद के शिक्षक ऋषि गौड़पाद ने पुष्पदंत के लेखन को याद किया जिसे आदि शंकराचार्य तक ले जाया गया था। इसके एक सौ तीन श्लोक (छंद) शिव की पत्नी देवी पार्वती / दक्षिणायनी की सुंदरता, कृपा और उदारता की प्रशंसा करते हैं।सौन्दर्यलहरी/शाब्दिक अर्थ सौन्दर्य का
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